Devendra jhajhadiya Biography medals achievements Tokyo Paralympic latest news has been given on this page. Today we have discuss about Devendra Jhajhadiya Personal Life, Professional & their Family Biography and Medal Achievements also. टोक्यो ओलिंपिक-2020 में शानदार प्रदर्शन के बाद लोगों में इसका जोश अभी भी दिखाई दे रहा है। ओलम्पिक के बाद अब पैरालंपिक पर देश और देश के लोगों की नज़र है। जहाँ जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने देख को गोल्ड दिलाया है उसी तरह पैरालंपिक के देवेंद्र झाझरिया पिछले दो बार देश को गोल्ड दिला चुके हैं और अब तीसरी बार गोल्ड जीतकर हैट्रिक बनाने की तैयारी में हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में।
Latest Update:- राजस्थान के पैरालंपियन : देवेंद्र झाझड़िया
2004 में मेरे पापा अकेले विदा करने आये थे,आज पीएम सीधे बात करते है।
जैवलिन मेरी लाइफ है, जिस दिन सामान्य श्रेणी में डिस्ट्रिक्ट चैंपियन बना लगा ओलिंपिक मैडल जीत लिया, सोचा अब कोई कमजोर नहीं कहेगा
दो बार के पैरालम्पिक चैंपियन देवेंद्र झाझड़िया और उनके परिवार के साथ बात की पीएम मोदी ने
एथेंस-रियो जैसे विश्वास के साथ टोक्यो में थ्रो कर गोल्डन हैट्रिक बनाऊंगा : देवेंद्र
देवेन्द्र झाझड़िया Devendra Jhajhadiya का जन्म 10 जून 1981 में राजस्थान के एक गाँव झाझारियन की धानी, रतनपुरा पंचायत, राजगढ़ तहसील, जिला चुरू में हुआ था। इनके पिता का नाम राम सिंह झाझड़िया, एवं माता जीवनी देवी है। वे एक सामान्य बच्चे की तरह पैदा हुए थे, जो अपने बचपन को पूरी तरह जी रहे थे। लेकिन 8 साल की उम्र में उनके साथ एक हादसा हो गया जिससे उनके जीवन में एक बड़ा मोड़ आया। दरअसल, बचपन में जब वह पड़ोसी बच्चों के साथ लुका-छिपी खेल रहे थे, तो छुपने के चक्कर में एक पेड़ पर चढ़ गये, जहां उन्होंने गलती से 11, 000 वोल्ट के करंट वाले एक तार को छू लिया, जिससे वो बेहोश हो कर ज़मीन पर आ गिरे। ऐसे में डॉक्टरों ने उनकी जान तो बचा ली, पर उन्हें अपना बायां हाथ खोना पड़ा।
Devendra Jhajhadiya Biography :- इस पर भी देवेंद्र ने हार नहीं मानी बल्कि उन्होंने एक ऐसा खेल अपनाया, जिसमें “केवल एक हाथ ही लगता हो”। ऐसे में उन्हें काफी उपहास और आलोचना का सामना भी करना पड़ा। इन्ही सब को देखते हुए उन्होंने एक हाथ से भाला फेंकना शुरू किया और उन्होंने अपना पहला भाला बांस से बनाया।
24 अगस्त से शुरू होने वाले टोक्यो पैरालंपिक के लिए उत्साहित देवेंद्र ने बताया कि जब 2004 में पहला पैरालंपिक खलेने जा रहा था तब केवल मेरे पिता थे जिन्होंने मुझे शुभकामनाओं के साथ विदा किया। वहीं अभी वर्त्तमान की बात करें तो भारत सरकार ने पैरालंपिक खिलाडियों के लिए विदाई पार्टी राखी है। उन्होंने बताया कि आज यही बदलाव देखकर बहुत ख़ुशी होती है। साथ ही ये जानकारी भी दी कि फ़िलहाल टोक्यो पैरालंपिक के लिए प्रैक्टिस और प्रदर्शन दोनों ही बहुत अच्छी तरह से चल रहे हैं। जिस विश्वास के साथ उन्होंने एथेंस और रिओ में जेवलिन थ्रो किया था उसी विश्वास के साथ वो इस बार भी स्वर्ण जीतने की पूरी तैयारी में हैं।
Name | Devendra Jhajhadiya |
Birth Date | 10th June 1981 |
Birth Place | Churu, Rajasthan |
Mother & Father | Shree Ram Singh Jhajhadiya & Jeevni Devi |
Sport | Javelin Athlete |
Wife | Manju Devi (National Player) |
Children | Jiya Daughter & Kavyaan Son |
Coach | Sunil Tanwar |
Devendra Jhajharia ने भारत के लिए 2 पैरालंपिक स्वर्ण जीते हैं और पद्मश्री पाने वाले पहले एथलीट बने हैं। देवेंद्र झाझरिया ने भाला फेंक में विश्व रिकॉर्ड तोड़ते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। देवेंद्र ने अपना पहला स्वर्ण 2004 में एथेंस पैरालिंपिक में और दूसरा 2016 में रियो पैरालिंपिक में जीता था। बता दें, साल 2016 में भारत ने केवल 19 एथलीट्स पैरालंपिक में भेजे थे, लेकिन यह भारत के इतिहास का सबसे सफल पैरालंपिक रहा था। इसी में भारत ने 2 स्वर्ण, 1 रजत और 2 कांस्य सहित 4 पदक जीते थे। इस बार भारत से 54 पैरा खिलाड़ी ले रहे हैं हिस्सा और इसकी शुरुआत 24 अगस्त से होने वाली है जो 5 सितम्बर तक चलेगा।
Vinesh Phogat- Indian Wrestler Biography/Medals
Bajrang Punia- Indian Freestyle Wrestler Biography टोक्यो ओलंपिक खास
PM Modi Launches E-Rupi Voucher based Digital Payment Solution
देवेंद्र ने अब तक के अपने जीवन काल में कई पुरस्कार जीते हैं। दो बार के पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता देवेंद्र झाझरिया ने भाला फेंक में अपना ही विश्व रिकॉर्ड तोडा था। बता दें, भारत के सबसे महान पैरालिंपियन, झाझरिया ने नई दिल्ली में एक राष्ट्रीय चयन ट्रायल के दौरान 65।71 मीटर की दूरी पर भाला फेंका। उन्होंने थ्रो में 2016 में रियो में बनाए गए 63।97 मीटर के अपने ही विश्व रिकॉर्ड को तोडा और उसे और भी बेहतर बनाया।
देवेंद्र झाझरिया करोडो दुआएं साथ लेकर 24 अगस्त को टोक्यो पैरालम्पिक रवाना होंगे। वहां पर उनकी नजर गोल्ड के हैट्रिक करने पर होगी। आप भी अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते है।
MSBU Time Table: The Maharaja Surajmal Brij University begin UG & PG Annual exams from… Read More
Rajasthan D.El.Ed Admit Card:- Contenders who have recently apply their Pre D.El.Ed Application form before… Read More
Rajasthan CHO Exam Result 2021: Candidates, Department of Medical, Health & Family Welfare Rajasthan has… Read More
Rajasthan NRHM 2021 Vacancy:- Job Seekers, who are searching Nursing Jobs in NRHM Rajasthan, then… Read More
Rajasthan Gargi Puraskar Yojana 2021: राजस्थान के मुख्यमंत्री ने 'Gargi Puraskar Yojana 2021' की घोषणा… Read More
Devnarayan Chhatra Free Scooty Scheme : राजस्थान सरकार ने 'Devnarayan Free Scooty Scheme 2021' की… Read More